Ad Code

Bihar Board Class 10th VVI Questions series Free Class Notes

Ticker

General Science Tricks

विधुत धारा

 विधुत धारा 

Bihar Gk Point


Class 10th Science VVI Subjective Question Short Type Chapter Wise विधुत धारा 


Class 10th Science Chapter Subjective VVI Question विधुत धारा Science VVI Question on Latest Pattern


1. प्रतिरोध क्या है ? इसका मान एवं मात्रक लिखें। 


उत्तर ⇒ किसी धारावाही तार में आवेश के प्रवाह में जो रुकावट आती है उसे प्रतिरोध कहते हैं। इसका मात्रक ओम होता है।


2. सिद्ध करें 1 Kwh = 3.6 x 106 जूल अथवा, एक किलोवाट-घंटा कितने जूल के बराबर होता है?

उत्तर ⇒ 1 किलोवाट घंटा = 1 x 1000 वाट x 3600 सेकेण्ड 


= 3.6 x 106 जूल


1 Kwh = 3.6 x 106 जूल अथवा, 3.6 x 106 जूल (J) के बराबर


3. विद्युत विभव से आप क्या समझते हैं? 

उत्तर ⇒ किसी चालक की वह अवस्था जो यह बताए कि इसे किसी दूसरे चालक के साथ सम्पर्क में लाने पर विद्युत आवेश का प्रवाह किस दिशा में होगा, विभव कहलाता है।


4. प्रतिरोधों का समूहीकरण क्या है? विद्युत परिपथ के साथ वर्णन करें। 

उत्तर ⇒ जब प्रतिरोधों को एक साथ जोड़कर परिपथ तैयार किया जाता है, प्रतिरोधों का समूहीकरण कहलाता हैं।

5. प्रतिरोधों का संयोजन क्या है? यह कितने प्रकार का होता है, सचित्र लिखें। 

उत्तर ⇒ प्रतिरोधों का संयोजन :- दो या दो से अधिक प्रतिरोधों को जोड़ना ही संयोजन कहा जाता है। यह दो प्रकार का होता है


6. श्रेणीक्रम में संयोजित करने के स्थान पर विद्युत युक्तियों को पार्श्वक्रम (या समानांतर) में संयोजित करने के क्या लाभ हैं? 

उत्तर ⇒ पार्श्वक्रम में संयोजित करने के लाभ इस प्रकार हैं-

(1) प्रतिरोधों को पार्श्वक्रम में जोड़ने से किसी भी चालक में स्विच की सहायता से विद्युतधारा स्वतंत्रतापूर्वक भेजी अथवा रोकी जा सकती है।

(ii) ऐसा करने से सभी समांतर शाखाओं के सिरों के बीच का विभवांतर बराबर होता है। इसलिए लैंप, बिजली की प्रेस, रेफ्रीजरेटर, रेडियो आदि को एक ही विभव पर प्रचलन योग्य बनाया जा सकता है।

Post a Comment

0 Comments